तपन भरी है ये धरा, जीव सभी हैं त्रस्त। मिलता तब आराम है, सूरज होते अस्त... तपन भरी है ये धरा, जीव सभी हैं त्रस्त। मिलता तब आराम है, सूरज होते अस्त...
करकेला मनवा मसकी जाला देहियां रोवलो न जाला की मसान भइल अंखिया करकेला मनवा मसकी जाला देहियां रोवलो न जाला की मसान भइल अंखिया
पेंड़ कटत बा निशिदिन चिरईन के खोतवा बिरान भइल पेंड़ कटत बा निशिदिन चिरईन के खोतवा बिरान भइल
निस दिन नैना राह निहारें, दिन अश्रु से बहते जाऐं मन की हिलोरें तुम्हें पुकारें घड़ी-घड़ी ये उठती जाऐं निस दिन नैना राह निहारें, दिन अश्रु से बहते जाऐं मन की हिलोरें तुम्हें पुकारें घ...
चटक रहा धरती का सीना। गर्मी में मुश्किल है जीना चटक रहा धरती का सीना। गर्मी में मुश्किल है जीना
विभावरी में खिली कोंपल देख आसमान को, मुस्कुरा रही थी; विभावरी में खिली कोंपल देख आसमान को, मुस्कुरा रही थी;